🌹अवस्थिति🌹
रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले (अरावली और विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं के जंक्शन पर) में स्थित है।
🌹भौगोलिक विस्तार🌹
🔹अरावली पहाड़ियों और विंध्य पठार के आसपास के क्षेत्र में स्थित, रणथम्भौर वन 1334 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला है, जिसमें 392 वर्ग किमी. क्षेत्र को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया है।
🔹रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान दक्षिण में चंबल नदी और उत्तर में बनास नदी से घिरा हुआ है।
🔹इस नदी पर गांधी सागर बांध, राणा प्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध, कोटा बैराज बनाए गए हैं
🌹बनास नदी🌹
🔹इसका उद्गम अरावली पर्वत श्रृंखला के दक्षिणी भाग से होता है।
🔹यह सवाई माधोपुर के पास राजस्थान-मध्य प्रदेश की सीमा पर चंबल से मिलती है।
🌹वनस्पति🌹
🔹रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान की वनस्पतियाँ उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती एवं कंटीली होती हैं।
🔹यहाँ ढाक (इसके अन्य नाम पलाश, छूल, परसा, टेसू, किंशुक, केसू हैं।) नामक वृक्ष पाया जाता है, जो सूखे की लंबी अवधि के अनुकूल होता है।
🔹इसका वैज्ञानिक नाम - "ब्यूटिया मोनोस्पर्मा" (Butea Monosperma) है।
🔹इस वृक्ष में ग्रीष्मकाल में लाल फूल आते हैं। इन आकर्षक फूलों के कारण इसे ‘जंगल की आग’ भी कहा जाता है।
🌹ऐतिहासिक घटनाक्रम🌹
🔹वर्ष 1991 में रणथम्भौर टाइगर रिज़र्व का विस्तार सवाई मानसिंह और केलादेवी अभयारण्यों तक किया गया।
🔹इस उद्यान में तीन बड़ी झीलें- पदम तालाब (Padam Talab), मलिक तालाब (Malik Talab) और राज बाग तालाब (Raj Bagh Talab) हैं।
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